Sunday 6 September 2015

जब फासिस्ट तानाशाही का खतरा सिर पर हो तब आपस मे लठठम लठठास ? --- विजय राजबली माथुर


State Council UP CPI को बाजारवादियों से आज़ाद करो। आज़ाद करो।--- Fakhrey Alam


वामपंथ और साम्यवाद के लिए इतनी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद उत्तर प्रदेश के बाजारवादी/ब्राह्मणवादी तत्व अपने ही  एक कर्मठ राष्ट्रीय सचिव कामरेड अतुल अनजान साहब पर जब तब तीखे प्रहार करते रहते हैं। फेसबुक पर एक बड़े पदाधिकारी को मुखौटा बना कर इन तत्वों ने अनर्गल बातें लिखवाई हैं। पहले भी कई-कई बार ये प्रदेश में पार्टी को विभाजित करा चुके हैं ,कर्मठ कार्यकर्ताओं को पार्टी से अलग होने पर मजबूर करते हैं ऐसे ही लोगों से उत्तर प्रदेश राज्य काउंसिल को मुक्त करने की फखरे आलम साहब की अपील पार्टी को मजबूत बनाने के लिए है।  बाजारवादी/ब्राह्मणवादी तत्व यदि इस बार फिर सफल होते हैं तो यह सिर्फ CPI के लिए ही नहीं सम्पूर्ण वामपंथ के विनाश का आगाज होगा। जनता मे आम चर्चा है कि ब्राह्मण वामपंथी फासिस्ट सरकार का समर्थन कर रहे हैं। फासिस्ट सरकार के अश्लील विज्ञापन का विरोध करने पर जिस प्रकार कॉमरेड अतुल अनजान साहब पर  बाजारवादी/ब्राह्मणवादी तत्वों ने  वाक -प्रहार करवाया है उससे तो उस जन-चर्चा को ही बल मिलता है। जब फासिस्ट तानाशाही का खतरा सिर पर हो तब उसका मुक़ाबला करने के बजाए अपने ही कर्मठ नेता पर लांछन लगाना निंदनीय कृत्य है। 
http://communistvijai.blogspot.in/2015/09/blog-post.html
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उपरोक्त संदर्भित पिछली पोस्ट के बाद फेसबुक पर और ज़्यादा ही ऊताचाल देखने को मिल रहा है जैसा कि इस फोटो से स्पष्ट है।
"Comrade Anjan was defended by AIDWA General Secretary Jagmati Sangwan, who said that he was objecting to the advertisement not to Leone as an individual, “Not only he, we too are offended when the ad is aired on TV, his remarks shouldn’t be taken personally, we demand that the company withdraw the ad because it instigates sexual violence.”   http://www.thenewsminute.com/article/atul-anjans-comment-sunny-leone-shows-left-not-free-gender-bias-insiders-critique-34018"

कुछ इस तरह का वातावरण बनाया जा रहा है कि कामरेड अतुल अनजान साहब ने कोई भयंकर अपराध किया है जिसकी सजा उनको मिलनी ही चाहिए। यह कोई पहली बार ऐसा नहीं हो रहा है। दो वर्ष पूर्व भी अनजान साहब व बर्द्धन जी के विरुद्ध एक सुनियोजित अभियान चलवाया गया था अतुल जी के दूसरी पार्टी मेंजाने की गलत अफवाह भी उड़ाई गई थी । उसका खंडन उन्होने किया था :


यह एक अलग बात है जिसको मुखौटा बना कर कुत्सित- घृणित अभियान चलवाया गया था उसको पार्टी से केंद्रीय आदेश पर निकाला गया किन्तु वैधानिक प्रक्रिया से नहीं।  इस बार फिर अश्लील विज्ञापन के विरोध में उनके बयान को वीडियो में हेर-फेर करके पेश किया गया है हालांकि उसका भी स्पष्टीकरण उन्होने दे दिया है। उसके बाद भी माले नेत्री ने उन पर गंभीर प्रहार किया है जिस पर फेसबुक में उनको समर्थन भी मिल रहा है। 

उत्तर प्रदेश में बाजारवादी/ब्राह्मण वादी लोग भाकपा पर हावी हैं जो बार-बार अनजान साहब को निशाना बनवाते हैं।टी वी चेनल्स में एक के पुत्र के माध्यम से इंनका प्रभाव है  जिसका इस्तेमाल अनजान साहब के विरुद्ध दुष्प्रचार में किया जाता है। इनके नायक का कहना है कि अनजान साहब को केंद्र में उन्होने भेजा है और प्रदेश सचिव की पीठ पर भी उनका हाथ है। पिछली अफवाह के बाद उन नायक साहब ने अनजान साहब से लगभग आधा घंटे फोन वार्ता द्वारा आश्वासन दिया था कि इस बार वह प्रदेश सचिव बदल देंगे। किन्तु आश्वासन पूरा किया नहीं और जिनको विकल्प के रूप में पेश करने की बात कही थी उनको इस बार के दुष्प्रचार का मुखौटा बना दिया गया। इतने से भी बात नहीं बनी तो माले के संपर्को को आगे किया गया है। 

माले वाली लेखिका या फेसबुक पर कमेन्ट करने वाले अनजान साहब के विरुद्ध चलने वाले दुष्प्रचार की बात से पूरी तरह अनभिज्ञ हैं। उन बाजारवादी/ब्राह्मण वादी लोगों की निगाह '22-क़ैसर बाग' की बिल्डिंग पर लगी हुई है और वे इसके वारे-न्यारे करके मालामाल होना चाहते हैं। उनको लगता है कि 'अनजान' साहब उनके इस काले कारनामे में सबसे बड़ी बाधा हैं। अतः अनजान साहब को पार्टी से अलग कराने हेतु जब-तब अभियान चलवाते रहते हैं। ये तत्व पिछले 21 वर्षों में दो बार प्रदेश में पार्टी को विभाजित करा चुके हैं। इनके नायक की हिदायत है कि SC/OBC वर्ग के कार्यकर्ताओं से काम तो लो लेकिन उनको दायित्व न दो अर्थात पदाधिकारी न बनाओ। इसी वर्ष इन दो वर्गों से संबन्धित विधानसभा चुनावों में प्रत्याशी रहे दो लोगों को अपने समर्थकों सहित पार्टी छोडने पर मजबूर होना पड़ा है। इन तथ्यों को जाने बगैर अनजान साहब पर प्रहार करने वाले लोग वस्तुतः बाजारवादी/ब्राह्मण वादी लोगों के मंसूबे पूरे कर रहे हैं बल्कि प्रकारान्तर से सत्तरूढ़ फासिस्ट सरकार को मजबूत बनाने में मदद कर रहे हैं। इसी लिए साम्यवाद को समर्पित कार्यकर्ता का कहना है ---
State Council UP CPI को बाजारवादियों से आज़ाद करो। आज़ाद करो।--- Fakhrey Alam
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