Thursday 25 February 2016

रोहित वेमुला के हत्यारों को सज़ा दो! कन्हैया को तत्काल रिहा करो !! --- लोकतन्त्र बचाओ मार्च




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लखनऊ, 25 फरवरी, 2016 आज दोपहर 22,कैसरबाग  स्थित  भाकपा कार्यालय से CPI, CPI(M ), CPI(ML ), SUCI(C), AIFB, एडवा, एपवा, महिला फेडरेशन,एस एफ आई, आइसा, ए आई एस फ , पी यू सी एल, डी आई एफ आई, जसम, जलेस, प्रलेस, इप्टा, कलम सांस्कृतिक मंच, रिहाई मंच, राहुल फाउंडेशन, अलग दुनिया, साझी दुनिया, वर्कर्स काउंसिल,सी आई टी यू, एटक, निर्माण मजदूर सभा, भवन निर्माण मजदूर सभा आदि संगठनों के तत्वावधान में एक जुलूस प्रारम्भ हुआ जो सफ़ेद बारादरी, कैसरबाग, लालबाग, हलवासिया, हजरतगंज होते हुये अंबेडकर प्रतिमा पर एक सभा में परिवर्तित हो गया। सभा की अध्यक्षता लखनऊ विश्व विद्यालय की पूर्व उपकुलपति डॉ रूप रेखा वर्मा ने की और संचालन कामरेड प्रदीप शर्मा ने। मार्ग में जुलूस के दौरान और सभा के मध्य में लगाए जाने वाले नारों में प्रमुख थे रोहित वेमुला के हत्यारों को गिरफ्तार करो , कामरेड कन्हैया को बिना शर्त  रिहा करो , डॉ अंबेडकर के संविधान की रक्षा करो, शिक्षण संस्थाओं का दमन बंद करो इत्यादि। 

सभा में बोलने वाले मुख्य वक्ता थे क्रमशः रमेश सिंह सेंगर, डॉ गिरीश, सुभाषिनी  अली, वंदना मिश्रा, विजय सिंह, वीरेंद्र यादव, इप्टा के राकेश, रमेश दीक्षित, राहुल फाउंडेशन के सत्येन्द्र। अध्यक्षीय भाषण व धन्यवाद ज्ञापन डॉ रूप रेखा वर्मा ने दिया। 

लगभग सभी वक्ता इस बात पर सहमत थे कि, शोद्ध छात्र रोहित वेमुला के उत्पीड़न और उसकी हत्या तुल्य आत्म-हत्या से उपजी समस्याओं का निराकरण करने में विफल रहने पर JNUSU अध्यक्ष कामरेड कन्हैया को षड्यंत्र पूर्वक  झूठा इल्जाम लगा कर गिरफ्तार किया गया है ।  वक्ताओं ने रोहित की हत्या के लिए जिम्मेदार केंद्रीय मंत्रियों को बर्खास्त किए जाने तथा उसे न्याय दिलाये जाने की पुरजोर मांग की तथा कन्हैया पर लगाए गए झूठे आरोपों को वापिस लेकर तुरंत बिना शर्त रिहाई की मांग की। वक्ताओं ने न्याय प्राप्त होने तक संघर्ष किए जाने का ऐलान किया और इसे और व्यापक रूप देकर जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। 

सभा में आज इलाहाबाद में तथा कल लखनऊ में हुये संघी आतंकवाद व हिंसा की घोर निंदा की गई। कन्हैया पर अदालत में हुये कातिलाना हमले को केंद्र सरकार की कायराना हरकत बताया गया। 

प्रदर्शन - जुलूस  व सभा में अन्य  लोगों के अतिरिक्त कामरेड मोहम्मद ख़ालिक़, अशोक मिश्रा, परमानंद दिवेदी, मोहम्मद अकरम, शरीफ, मास्टर सत्यनारायण, मधुकर मौर्या, प्रदीप घोष,विजय माथुर, डॉ सक्सेना, रिशी श्रीवास्तव,कौशल किशोर ,शकील अहमद सिद्दीकी,आनंद तिवारी,ओ पी अवस्थी, ओ पी सिन्हा, के के शुक्ल, महेश देवा, मधु गर्ग, ताहिरा हसन,लता राय,आशा मिश्रा,कान्ति मिश्रा, सुशीला पूरी, कल्पना पांडे तथा काफी संख्या में ई-रिक्शा चालक आदि भी शामिल थे।  

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