***** प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर जमानत का विरोध होगा और #न्यायालय उसी आधार पर निर्णय लेगा जोकि पुलिस के पक्ष में होगा.. यानि कन्हैया को जमानत नहीं मिलेगी..
https://www.facebook.com/grover.surendra/posts/782637625201887
देखिये कितना सटीक रहा सुरेन्द्र ग्रोवर जी का निष्कर्ष :
यह यों भी स्पष्ट था कि, आक्रांता वकीलों ने सुदृढ़ दावा किया था कि कन्हैया को जमानत नहीं मिलेगी। भले ही भाजपा प्रतिनिधि ने उनको सूरमा भोपाली व एंकर महोदया ने बड़बोला कहा हो और पुलिस कमीशनर साहब ने उनकी बातों पर ध्यान न देने को कहा हो लेकिन उनकी पहुँच तो केंद्र सरकार तक है ही।
http://aajtak.intoday.in/story/sting-operation-patiala-house-accused-lawyers-exposed-how-they-planned-to-beat-kanhaiya-1-855926.html
देश अराजकता के हवाले.. *****
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http://www.livehindustan.com/news/national/article1-jnu-issue-kanhaiya-bail-hearing-extend-upto-29-february-by-delhi-high-court-518219.html |
https://www.facebook.com/grover.surendra/posts/782637625201887 |
वाब किसी के पास नहीं.. एक समझदार अफसर की तरह बस्सी सबसे पहले उस न्यूज़ चैनल से, जिसने वो वीडियो रिकॉर्ड किया था, उस वीडियो का फुटेज जब्त कर उसकी #फोरेंसिक_जांचकरवाते और उसकी फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही करते तो आज देश इस तरह आक्रोशित नहीं होता..
यदि #JNU में सच में भारत की बर्बादी जैसी बात प्रामाणिक तौर पर सामने रखी जाती तो पुलिस कार्यवाही का इतना विरोध नहीं होता और न ही उन्हें #PMO में तलब कर डाँट ही पिलाई गई होती.. यही नहीं सेवा निवृति के बाद #सूचना_आयुक्त पद के लिए उनका विरोध भी नहीं होता..
खैर, अब सरकार और पुलिस अपनी खाल बचाने के लिए आक्रामक हो गई है.. ध्यान दें, पुलिस प्रत्यक्षदर्शियों के crpc की धारा 161 में बयान #कन्हैया की जमानत के विरोध में पेश करेगी.. 😂😂 पुलिस ऐसे गवाह पैदा कैसे करती है यह किसी से छुपा नहीं है.. कोई वैज्ञानिक जांच नहीं आ रही उस वीडियो की कि साउंड ट्रैक असल है या एडिट कर इन्सर्ट किये गए.. प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर जमानत का विरोध होगा और #न्यायालय उसी आधार पर निर्णय लेगा जोकि पुलिस के पक्ष में होगा.. यानि कन्हैया को जमानत नहीं मिलेगी..
देश अराजकता के हवाले..
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यदि #JNU में सच में भारत की बर्बादी जैसी बात प्रामाणिक तौर पर सामने रखी जाती तो पुलिस कार्यवाही का इतना विरोध नहीं होता और न ही उन्हें #PMO में तलब कर डाँट ही पिलाई गई होती.. यही नहीं सेवा निवृति के बाद #सूचना_आयुक्त पद के लिए उनका विरोध भी नहीं होता..
खैर, अब सरकार और पुलिस अपनी खाल बचाने के लिए आक्रामक हो गई है.. ध्यान दें, पुलिस प्रत्यक्षदर्शियों के crpc की धारा 161 में बयान #कन्हैया की जमानत के विरोध में पेश करेगी.. 😂😂 पुलिस ऐसे गवाह पैदा कैसे करती है यह किसी से छुपा नहीं है.. कोई वैज्ञानिक जांच नहीं आ रही उस वीडियो की कि साउंड ट्रैक असल है या एडिट कर इन्सर्ट किये गए.. प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर जमानत का विरोध होगा और #न्यायालय उसी आधार पर निर्णय लेगा जोकि पुलिस के पक्ष में होगा.. यानि कन्हैया को जमानत नहीं मिलेगी..
देश अराजकता के हवाले..
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https://www.facebook.com/grover.surendra/posts/782637625201887
देखिये कितना सटीक रहा सुरेन्द्र ग्रोवर जी का निष्कर्ष :
http://www.livehindustan.com/news/national/article1-jnu-issue-kanhaiya-bail-hearing-extend-upto-29-february-by-delhi-high-court-518219.html |
http://aajtak.intoday.in/story/sting-operation-patiala-house-accused-lawyers-exposed-how-they-planned-to-beat-kanhaiya-1-855926.html
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