Thursday, 16 January 2014

"द वीक"में आयी खबर मुझ पर हमला---अतुल कुमार अनजान

मेरे किसी अन्य दल में जाने कि खबर "द वीक"में आयी यह मुझ पर हमला ,है पेश है वीक को लिखे ख़त कि कॉपी,इस खबर का काफी प्रसार प्रचार किया गया लेकिन रोज़ टेलिविज़न में होता हु किसी पत्रकार ने इसे सजींदगी से नहीं लिया ना मुझसे पूछा, आज लखनऊ होते हुए अपनी लोकसभा घोसी जा रहा हु, आपकी मुहब्बतो का तलबगार.
 आपका अतुल 



30 सितंबर 2013 की सफल  लखनऊ रैली के बाद उसके प्रतिफल को नष्ट करने हेतु सी पी आई में घुसे हुये पोंगापंथियों ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के मद्दे नज़र वरिष्ठ कामरेड ए बी बर्द्धन एवं कामरेड अतुल  कुमार अनजान के विरुद्ध घृणित अभियान चला रखा था जिसका प्रतिवाद करते हुये मैंने 24 दिसंबर 2013 को इसी ब्लाग में यह लेख दिया था :
अवाम की आवाज़ और चेहरा :लखनऊ की शान और उत्तर प्रदेश का सितारा - अतुल अनजान



 अखंड आत्म भाव जो असीम विश्व में भरे,
वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे।

                                  (मैथिलीशरण गुप्त )
कामरेड अतुल अनजान लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और AISF के भी पूर्व अध्यक्ष तो हैं ही। वर्तमान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के 'राष्ट्रीय सचिव' तथा AIKS-अखिल भारतीय किसानसभा के 'राष्ट्रीय महामंत्री हैं'।  न केवल अपनी ओजस्वी वाक-शैली वरन जनता के मर्म को समझने वाले एक जन-प्रिय नेता के रूप में भी जाने जाते हैं। 

यदि भाकपा केंद्रीय नेतृत्व उनके राष्ट्रीय कृत्यों के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश में पार्टी के पथ -प्रदर्शक के रूप में उनको अतिरिक्त भार  दे दे  तो पार्टी को अत्यंत लाभ हो सकता है।  

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