Friday, 8 November 2013

उ .प्र . की अधिकतर सीटें जीतनी होंगी सी पी आई को ---आनंद प्रकाश तिवारी


लेफ्ट को अपनी ताक़त बढ़ाने के लिए ज़्यादा सीटें जीतनी होंगी । इसके लिए ज़्यादा से ज़्यादा सीटो पर कॉंटेस्ट करना होगा। जिन प्रांतों  मे सम्मानजनक अड्जस्टमेंट नही होता वहाँ  सभी सीटो पर विकल्प के रूप मे खुद आना होगा ज़ाहिर सी बात है इसमे उ .प्र.पर दायित्व ज़्यादा बनता है
यह सच है कि उ .प्र . से लेफ्ट मूवमेंट लगभग ख़त्म किया जा चुका है बाकी बचा -खुचा खत्म  करने की साज़िश ज़ारी है ऐसे मे उ .प्र.सी पी आई को एक दुस्साहसिक निर्णय लेना होगा में सभी 80 सीटो पर कॉंटेस्ट के लिए शहादत दस्ता तैयार रखना होगा यह हिम्मत और ताक़त केवल  सी पी आई -सी पी आई -मे है में  अपना  आल्टर्नेटिव अलाएन्स नाते रहना होगा हर हाल मे हमें  बेस्ट परफार्मेंस देना है । बुज़ुर्गो के भिक्षाटन  मे शामिल नही हो सकते
भारत की  सत्ता का मार्ग उ .प्र .से ही निकलता  है । इस बार भी निकलेगा और उसकी अग्रणी  भूमिका मे होगी सी पी आई ....


कॉंग्रेस और भाजपा खरगोश की दौड़ दौड़  रहे हैं मंज़िल से पहले ही इन्हे क कर बैठ जाना हैं। भाजपा  के हाथ कुंठा ही लगनी है कॉंग्रेस अपने परिणाम से परिचित है इस बार वो इंतज़ार  करेगी, जबकि संसद मे बड़ी पार्टी कॉंग्रेस ही होगी
लेफ्ट की राह कठिन है, लेकिन सहयोगी लो के साथ ह  लोकसभा मे सबसे बड़े ग्रुप के रूप मे उभरेगालेफ्ट अपनी ताक़त का आकलन नही कर पा रहा है कन्फ्यूज़ है
जनता की अपेक्षाएं  इस बीच लेफ्ट से बढ़ी हैं सी पी एम  रिजिड है उस मे विस्तार की संभावनाए नहीं  हैंविस्तार की अपेक्षा केवल सी पी आई  से की  जा सकती हैतामिलनाडू , आन्ध्र, ओड़ीसा झारखंड, त्तीसग, बिहार, उ .प्र ., पंजाब, मणिपुर आदि प्रांतों  से सीटें ढ़  सकती हैंलेकिन इसके लिए एफर्ट करना  होगा केंद्रीय नेतृत्व  मे कुछ लोग इस प्रक्रिया को हतोत्साहित करते रहते  हैं अब समय आ गया है, ऐसे लोगो को चिन्हित कर पार्टी सीटों  मे विस्तार की योज़ना बनाने  काज़्यादा से ज़्यादा सीटें  लाने  का निर्णय होना चाहिए ज़ो साथी ज़हा से लड़ना चाहता हो उसे सपोर्ट करना  चाहिए उ .प्र .के लिए भिक्षाटन बंद हो सभी 80 सीटो पर सहयोगियो के साथ चुनाव की  तैयारी होसम्मानजनक अड्जस्टमेंट का रास्ता भी खुला रखना होगा2014 मे सरकार तो वैकल्पिक राजनीतिक मंच की ही स्थाई होगी। इसलिए  लिए उ .प्र . की अधिकतर सीटें  जीतनी होंगी ।




Left ko apni taqat barhane ke liye zyada Senate jeetani hongi .iske liye zyada se zyada seato par contest karna hogs .jin pranto me sammanjanak adjustment nahi hota waha sabhi seato per vikulp ke roop me khud aana hoga .zahir si bat hai isme UP par dayitwa zyada banta hai.
Yeh such hai kind UP se left movement lag hag khatm kiya Jan chuka hai .baki bach-khucha katm karne ki sazish zari hai .Aise me UP CPI ko ek dussahsik nirnay Lena hoga .Hume sabhi 80 seato par contest ke liye SHAHADAT DUSTA taiyar rakhna hoga .yeh himmat aur taqat kewal CPI CPI me hai .Hume apma Alternative Allince ban ate rah a hoga .Her hall me Hume best perfarmence Dena hai .Boozurgo ke Bhikchhatan me shamil nahi ho sakte .
Bharat ke satta ka marg UP se hi nikla hai .iss bar bhi niklega.aur uski agragani bhoomika me hogi CPI ....


 https://www.facebook.com/photo.php?fbid=497494623691863&set=a.423703111071015.1073741825.100002939890884&type=1&theater
Congress aur BJP khargosh ki daur daur rage hain .manzil se pahle hi inhe thak kar baith Jana hain.BJP ke hath kuntha hi lagni hai .Congress apne parinam se parichit hai .iss bar wo in tzar karegi, jabki sansad me bari party congress hi hogi .
Left ki rah kathin hai, lekin sahyogi dalo ke saith yeah loksabha me subse bare group ke troop me ubhrega.Left apni taqat ka aaklan nahi kar pa raha hai .Confuse hai .
Janta ki apekchhaye isbeech left se barhi hain.CPM regead hai us me vistar ki sambhawnaye Kim hain.Vistar ki apekchha kwwal CPI se kind Jan sakti hai.TN, AP, Odisa Zharkhand, Chatteesgarh, Bihar, UP, Punjab Manipur aadi pranto se Senate bath sakti hain.lekin iske liye effort karma hpga .kendriy Netritwa me koochh log iss prakriya ko hutotsahit karte rahre hain.Ab samay as gaya hai, aise logo ko chinhit kar party sheet me vistar ki yozna banana ka.Zyada se zyada Senate larne ka nirnay hona chahiye .Zo sathi zaha se larna chahta ho use support karma chahiye.UP ke liye bhikchhatan band ho.sabhi 80 seato par sahyogiyo ke sath chunaw kind taiyari ho.Sammanjanak adjustment ka rasta bhi khula rakhana hoga.
2014 me sarkar to Vaikulpik Rajnitik Manch ki hi sthayee hogi. Isle liye UP ki adhiktar Senate jitani hongi
 
 "ज़ो साथी ज़हा से लड़ना चाहता हो उसे सपोर्ट करना  चाहिए उ .प्र .के लिए भिक्षाटन बंद हो"
कामरेड आनंद प्रकाश तिवारी जी का यह कथन सराहनीय व स्वागत योग्य है। किन्तु यथार्थ में क्या यह हो सकेगा?मैं उदाहरण के तौर पर लखनऊ संसदीय क्षेत्र की बात पेश करना चाहूँगा: 
लखनऊ संसदीय क्षेत्र से एक कामरेड ने चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी हालांकि वह पार्टी में नवागंतुक ही हैं किन्तु यदि उनकी मांग मान ली जाये तो उनके द्वारा सी पी आई को लखनऊ में कम से कम फिर से अपनी पहचान और ताकत तो दिखाने का मौका मिल ही जाये। किन्तु यूनियन बैक आफ इंडिया के कारिंदा वरिष्ठ पदाधिकारी के प्रभाव से उनकी मांग को लगभग रद्द ही कर दिया गया है। UBI से संबन्धित यह पदाधिकारी यू पी में पार्टी का विस्तार नहीं होने देना चाहते हैं क्योंकि उनको भय है कि पार्टी का फैलाव होने पर उनको मनमानी करने का मौका नहीं मिलेगा। वह निजी हित-साधन हेतु पार्टी विस्तार के विरोधी हैं। ऐसे लोगों को भी चिन्हित कर हटाये जाने की मांग शामिल की जानी चाहिए।  
सुदेशी और सुराज्य 
अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की कोशिश के साथ ही साथ  'सुदेशी और सुराज्य' का भी सी पी आई को आव्हान करना चाहिए। इस समय 'आधार कार्ड योजना' को रद्द कराने की मांग अपने आंदोलन में शामिल करके पार्टी जनता का व्यापक समर्थन अर्जित कर सकती है क्योंकि यह योजना न केवल देशद्रोही बल्कि जन-द्रोही भी है। जनता की नब्ज़ को पकड़ेंगे तो जनता भी पार्टी का हाथ पकड़ेगी यह निश्चित है। 
(विजय राजबली माथुर)



1 comment:

  1. Comment in group-'Communist party of India'---
    Anand Prakash Tiwari : kuchh bat hai ki hasti meetati nahi hamari...
    20 hours ago via mobile · Unlike · 1

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