Saturday, 26 October 2013

पटना रैली में नेताओं का उद्बोद्धन उबाऊ और बेदम था: उनके प्रति विद्रोह हो जाएगा?? ---आनद प्रकाश तिवारी

  बी जे पी और कॉंग्रेस की  रैलियो का  इतना हो हल्ला है.?सी पी आई  की पटना रैली मे गाँधी मैदान पट गया जहा क नज़र पहुंची  लाल झण्डा  और सिर ही सिर दीख रहा थालोगो का कहना था  बहुत साल बाद इतनी भीड़  दीखी
ग़ज़ब का उत्साह दीखा साथियो मे । लेकिन  नेताओ का उदबोद्धन  उतना ही उबाउ और बेदम था प्रोग्राम के स्तर पर कन्फ्यूज़ दीखे
फिर भी लगा ये आगाज़ है आने वाले  दिनों  मे उठने वाले  सैलाब का
  लखनऊ  30 सेप.की रैली  मे शामिल पार्टी कार्यकर्ताओ के दस गुना  लोग शामिल हुए 25 ऑक्टोबर पटना रॅली मेलेकिन हम निश्चित रूप से कह सकते हैं ज़ो राजनीतिक संदेश  लखनऊ  से निकला वो छाप  पटना नही छोड़  पाया
कल हमने  पटना मे क से पूरे  गाँधी मैदान , मंच क  छान डाला। लखनऊ मे ज़हा हर कार्यकर्ता को मालुम था क्या बोला जाएगा और ज़िज्ञासा  थी क्या बोला गया वही पटना मे मंच से क्या बोला गया इससे किसी को मतलब नही था ..उन्हे तो पार्टी के साथ खड़ा होना था  सो पूरे  उत्साह  के साथ खड़े हुए ।  वे नेतृत्व  के प्रति आश्वस्त थे  कि पुरानी ग़लतियाँ नही होंगी।
नेता कन्फ्यूज़ हैं क्या करे?

उन्हे लगता है अपने बल पर लोकसभा सीट जीत नही पाएँगेलालू की इस  जेल यात्रा से परेशान हैं नीतीश के लिए इनका साथ लाभदायक नही हैंलेफ्ट यूनिटी इनके सीट पर वोट नही बढ़ा सकतीसभी सीटों पर ये लड़ें नही इसलिए सहयोगी दलों  को इनको  फाड़ना ही है
दिल्ली  अभियान मे तीसरे मोर्चे का राग सी पी एम  के साथ ही कुछ दलों  को सूट करता है उन्हे इसका सीधा ही  लाभ मिलेगा लेकिन सी पी आई  का सर्वनाश सुनिश्चित है । यह बात हमारे केंद्रिय नेता समझने को तैयार नही, या फिर सी पी एम  के आतंक से प्रेरित है ।
सी पी एम  अपने हित  मे रणनीति बनाती है । हमारा खून बहाके अपनी शहादत  का ढ़ोल पीटती है।
कॉंग्रेस को  छोड़ कर सेक्युलर सरकार बनाने का ठेका ले रक्खा हैउस मे ही सी पी आई (एम एल), टी एम सी,  द्रमुक, एन सी , अगप, एल जे पी , राजद, बीजद, यू के डी से बात नही करेंगे । हाँ  से बनेगी सरकार हाँ  इस अभियान मे सी पी आई  का सर्वनाश सुनिश्चित है।
भारतीय लोकतंत्र  के लिए इसके  अंदर  सी पी आई  का मज़बूत होना ज़रूरी है एक मात्र यही पार्टी है  जो कि लोकतान्त्रिक मान्यताओ को संक्षित रख सकी है बाकी तो सभी व्यक्तिगत स्वार्थ मे अंधे हो चुके हैंविडंबना ही है की सी पी आई  का नेतृत्व दूसरो के हितसाधन मे आँख  मूँद कर जुट जाता  है।
लेकिन अब ऐसा हुआ तो विद्रोह हो जाएगा ??

अब तो  कार्यकर्ता शहादत की राजनीति संमने को तैयार नही है
हम अपनी लाश पर औरों  को ऐश करने  नही देंगे।  30 अक्टोबर देल्ही कन्वेन्षन की रणनीति का खुलासा किया जाये । 
पार्टनर तुम्हारी पॉलिटिक्स क्या है???
 
  Anand Prakash Tiwari
BJP aur Congress ke Railiyo ko itna ho halla hai.?
CPI ki PATNA rally me Gandhi Maidan pat gaya .jaha tuk nazar pahuchi Lal zhanda aur sir hi sir deekh raha tha.logo ka kahna that bohut sal bad itni beer deekhi .
Gazab ka utsah deekha sathiyo me .Leki Netao ka Udbodhan utna hi Ubau aur Bedam tha .program ke star par confuse deekhe .
Phir bhi laga ye aagaz hai Aane Wale Dino me uthane wale Sailab ka

 Narendra Parihar vote katoo rajneeti hai ... sahmat hu ye dohari mansikta me hai ........ matlab ye vicharo ko tyag apna bhala dekh rahe hai॰



Lucknow 30 Sep.ki Rally me shamil Party karykartao ke DUS Guns log shamil huye 25 Oct. Patna Rally me.Lekin hum nishchit roop se kah sakte hain zo Rajnitik Sundesh Lucknow se nikla woh chhap PATNA nahi chhor paya .
Kal hum Patna me sarak se poorer Gandhi Maid an, manch tuk chhan dala.Luchnow me zaha har karykarta ko maloom tha kya bpla jayega aur zigyasa thi kya bola gaya wahi Patna me manch se kya bola gaya isase kisi ko matlab nahi tha ..Unhe to party ke sath khara hona that so poore Utah ke sath khara huye .we Netritwa ke prati aaswasth gain ki purani galteeya nahi hongi.
Neta confuse hain kya kare?
Unhe lagta hai apne ball par loksabha seat jeet nahi payenge.laloo kind jail yatra se parmesan hain .Nitish ke liye inka sath labhdayk nahi hain.Left unity inke seat par vote nahi barha sakti.Sabhi sea to par ye large nahi isliye sahyogi dalo ko inka far nahi hai.
Delhi abhiyan me teesre morche ka rag CPM ke sath hi kuchh dalo ko soot karta hai .unhe iska seed he labh milega Lekin CPI ka Sarvnash sunishchit hai .yeh bat hamare kendriya Neta samzhne ko taiyar nahi, ya phir CPM ke aatank se peer it hai .
CPM apne hit me rananiti banati hai .hamara khoon bahake apni shahadat kadhol peetati hai.
Congress ko chorkar Secular sarkar banane ka theka le rakkha hai.us me hi CPI ML, TMC DMK, NC, AGP, LJP, RJD BJD, UKD se bat nahi karenga.kaha se banegi sarkar ha is abhiyan me CPI ka sarwnash sunishchit hai.
Bhartiya Loktantra ke liye is khandhar CPI ka mazboot hona zaroori hai.Ek matra yahi party hai zoLoktantrik manytao ko sangrakxit rakh Saki hai .Baki to sabhi vyktigat swarth me andhe ho Chuke hain.vidambana hi hai ki CPI ka netritwa doosro ke hitsadhan me aankh moodkar zoot zata hai.
Lekin ab aisa huaa to vidroh ho jayega ??
About karykarta shahadat ki Rajniti samzhne ko taiyar nahi hai.
Hum apni lash par auto ko aissh Karen nahi denge. 30 October Delhi convention ki RANANITI ka khulasa kiya jay .
PARTNER tumhari POLITICS kya hai???


1 comment:

  1. फेसबुक ग्रुप -COMMUNIST PARTY OF INDIA-CPI में प्राप्त टिप्पणी---
    Guman Singh: Janta ki umid to hai per neta nahi samhe abhi tak

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